ये वक्त है इसका क्या है
ये तो चलता ही जायेगा
वो लम्हे जो कहीं कहीं जो थम गए या
जो रुक गए कुछ यादों में कैद
कुछ अपने कुछ उनके पलों से
कुछ यूं ही तन्हां से
कुछ यूं ही बस फना हो गए
कुछ गुजरे तो कुछ गुजार दिए
बस वक्त था जो थमा नहीं
जब मिले तो रुका नहीं
जब बिछड़े तो मुड़ा नहीं
यादों का बस्ता लिए
हमने हर साल हर महीने और हर पल यूं ही बस संवार लिए
ikkumpal - 31 दिसंबर 2024 19:48
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