तुम कौन हो मैं जान गया हूँ तुम कौन हो मैं मान गया हूँ अनगिनत सितारों में तुमको मैं पहचान गया हूँ चमक तुम्हारी अलग ही है पलक से न अब ओझल हो तुम फलक पे तुम बनी रहो एक धीमी रोशनी तुम मेरे जीवन में बनी रहो बादलों से झांक लो तुम पर्वतों से ढांक लो तुम बस जब मैं देखूं तुम दिख जाओ हसरथ में मेरी तुम यूँही सजी रहो तुम कौन हो मैं जान गया हूँ तुम कौन हो मैं मान गया हूँ
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